WhatsApp Channel Join Now

मोबाइल से घर बैठे बैंक DBT इनेबल करें, जानें पूरा तरीका

DBT Enable Kaise Kare: क्या आप भी अपने बैंक खाते में DBT सक्रिय करना चाहते हैं? यदि हाँ, तो आप सही जगह पर हैं। इस आर्टिकल में हम आपको मोबाइल से घर बैठे बैंक DBT इनेबल करने की प्रक्रिया के बारे में बताने जा रहे हैं। आईये, पूरी प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानते हैं।

bank dbt enable kaise kare

अगर आपको किसी सरकारी योजना, पेंशन या फिर स्कॉलरशिप का लाभ लेना है तो आपको अपने बैंक अकाउंट में डीबीटी एनेबल करना होगा। बैंक में DBT सक्रिय होने से योजना में मिलने वाला पैसा डायरेक्ट आपके बैंक खाते में भेज दिया जाता है।

केंद्र और राज्य राज्य सरकारों द्वारा चलाई जा रही लगभग सभी योजनाओं का पैसा DBT के जरिये ही लाभार्थी के बैंक खाते में भेजा जाता है। चाहे आप पीएम किसान योजना, लाडली बहना योजना, वृद्धावस्था पेंशन योजना, बेरोजगारी भत्ता, बिजली सब्सिडी या किसी अन्य सरकारी योजना का लाभ ले रहे हों, सभी प्रमुख योजनाओं में मिलने वाली राशि डीबीटी के माध्यम से ही आपके बैंक खाते में भेजी जाती है।

अगर आपके बैंक अकाउंट में DBT इनेबल नहीं है तो आप सरकार द्वारा दी जाने वाली आर्थिक सहायता से वंचित रह जाएंगे। आईये बैंक DBT इनेबल करने की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानते हैं।

बैंक DBT क्या है?

DBT का फुल फॉर्म “डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर” है। यह भारत सरकार द्वारा बनाई गई एक भुगतान प्रणाली है, जिसके माध्यम से सरकार सब्सिडी या पेंशन राशि सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में ट्रांसफर करती है।

यह योजना भारत सरकार द्वारा वर्ष 2013 में लाई गई थी, जिसका मुख्य उद्देश्य बिचौलियों को हटाकर लाभ/सब्सिडी का पैसा सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में स्थानांतरित करना था।

बैंक DBT इनेबल करने के लिए लाभार्थी के बैंक अकाउंट को आधार से लिंक किया जाता है, सीडिंग प्रक्रिया पूरी होने के बाद बैंक खाते में DBT सक्रिय हो जाता है।

एक बार बैंक खाते में DBT enable हो जाने के बाद, आप जिस भी सरकारी योजना, पेंशन, सब्सिडी या स्कॉलरशिप का फॉर्म भरेंगे वहां पर आपको बस अपना आधार कार्ड नंबर देना होगा। इसके बाद आपको उस योजना से जो भी राशि मिलेगी वह सीधे आपके आधार से जुड़े बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी। इसके लिए आपको अलग से फॉर्म में बैंक अकाउंट नंबर डालने की जरुरत नहीं पड़ेगी।

बैंक DBT के फायदे

बैंक डीबीटी के सक्रिय होने से सरकारी योजनाओं के तहत दी जाने वाली वित्तीय सहायता सीधे आपके बैंक खाते में पहुंच जाती है। जिस कारण बिचौलिए इस प्रक्रिया से पूरी तरह बाहर हो जाते हैं, और योजना में होने वाली धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार से छुटकारा मिलता है। साथ ही आपको हर जगह बैंक खाता नंबर देने की जरुरत नहीं पड़ती, क्यूंकि आधार कार्ड नंबर देने भर से काम चल जाता है।

घर बैठे बैंक DBT इनेबल कैसे करें

यदि आप घर बैठे बैंक DBT इनेबल करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको अपने बैंक के कस्टमर केयर से बात करनी होगी। इसके बाद बैंक के प्रतिनिधि आपके घर आएंगे और आपका आधार नंबर और फिंगरप्रिंट स्कैन लेंगे। यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद आपके बैंक खाते में DBT इनेबल कर दिया जाएगा। हालांकि, यह सुविधा अभी सिर्फ कुछ प्राइवेट बैंक जैसे HDFC Bank, ICICI Bank, Axis bank में ही उपलब्ध है।

कई सरकारी बैंक खाता खोलते समय ही आपके खाते में डीबीटी भी सक्रिय कर देते हैं। लेकिन, अगर आपके बैंक खाते में पहले से DBT इनेबल नहीं है तो इसके लिए आपको अपने नजदीकी बैंक ब्रांच में जाना होगा। बैंक पहुंचकर NPCI Mapping Form प्राप्त करें। इस फॉर्म को भरकर आधार कार्ड के साथ काउंटर पर जमा कर दें। इसके बाद बैंक अधिकारियों के द्वारा आपका फिंगर स्कैन लिया जाएगा। सभी डिटेल्स को वेरीफाई करने के बाद आपके बैंक खाते को आधार से लिंक कर दिया जायेगा। इसके कुछ ही देर में आपके बैंक खाते में DBT इनेबल हो जायेगा।

बैंक DBT स्टेटस कैसे चेक करे

अगर आपको यह पता लगाना है कि आपके बैंक खाते में DBT इनेबल है या नहीं, तो इस प्रक्रिया को फॉलो करें।

  • बैंक DBT स्टेटस चेक करने के लिए सर्वप्रथम UIDAI की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएँ। आप चाहे तो इस डायरेक्ट लिंक के जरिये भी जा सकते हैं: https://resident.uidai.gov.in/bank-mapper
  • अपना 12 अंको का आधार नंबर और कैप्चा कोड दर्ज करें।
  • इसके बाद Send OTP के बटन पर क्लिक कर दें।
  • आपके आधार से लिंक मोबाइल नंबर पर ओटीपी प्राप्त होगा।
  • ओटीपी दर्ज करके अपना आधार वेरीफाई करें।
  • वेरिफिकेशन के बाद बैंक DBT स्टेटस आपकी स्क्रीन पर दिखाई देगा।

ये भी पढ़ें: